विद्यार्थियों की संसद में गूंजा पर्यावरण का मुद्दा

मानव मंगल स्कूल में सजी स्टूडेंट्स की संसदअंडर ग्रेजुएट फॉरेन पॉलिसी इनीशिएटिव समिट में पहुचे विद्यार्थीग्लोबल एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत हार्वर्ड के स्टूडेंट्स पहुंचे भारतचंडीगढ़। मानव मंगल स्मार्ट स्कूल मोहाली में एडुवेलोसिटी द्वारा आयोजित विद्यार्थियों की संसद में पर्यावरण समेत कई मुद्दे गूंजे। यह मुद्दे उठा रहे थे हावर्ड के चार अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थी सोफिया हेडन , सिंडी रेन , लिंडसे ब्लॉकर केमी ओकेए ; जिनके साथ मौजूद थे एडुवेलोसिटी सहित देश भर से आये चालीस से ज्यादा विद्यार्थी। इन विद्यार्थियों ने ग्लोबल वार्मिंग के साथ ही कई अन्य मुद्दों पर चरचा की गई। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स चंडीगढ़ व पास के प्रदेशों के युवाओं के मेंटर बनने और उनके स्किल्स को तराशने मानव मंगल स्कुल मोहाली में पहुंचे। ये स्टूडेंट्स पहली बार 12 जनवरी से हार्वर्ड अंडरग्रेजुएट फॉरेन पॉलिसी इनीशिएटिव् समिट के लिए यहां आए। हावर्ड से आए चार विद्यार्थियों ने पूरे दिन की वर्कशाप के दौरान मोहाली मानव मंगल स्कूल के विद्यार्थियों की बातों को सुना और अपनी बातों को उनको बताया। एडुवेलोसिटी द्वारा को होस्ट की भूमिका में करवाए जा रहे मोहाली के चार दिवसीय सम्मिट में हार्वर्ड के स्टूडेंट्स ने पूरे दिन की संसद रूपी वर्कशॉप में भारतीय छात्रों को हार्वर्ड का एक्सपीरियंस दिया। उनसे बातचीत व इंटरेक्ट करके अपनी प्रतिभाओं को निखारने का मौका मिला। हावर्ड के यह स्टूडेंट चार दिन बाद नई दिल्ली में भी जाएंगे और वहां भी स्टूडेंट्स के साथ चर्चा करेंगे। भारत में 11 दिनों के दौरान हावर्ड के छात्र पालिसी मेकिंग , इंटरनेशनल रिलेशंस , ग्लोबल चैलेंजस के साथ-साथ फॉरेन पॉलिसी को समझने के लिए व ग्लोबल डायलॉग व कम्युनिटी में स्टूडेंट के रोल के बारे में चर्चा होगी। खास तौर पर पॉलिसी क्राइसिस हैकथान के जरिए क्राइसिस से निकलने के इन्नोवेटिव सॉल्यूशंस पर चर्चा भी की गई। एडुवेलोसिटी के फाउंडर वीनू वारियर ने कहा कि ये एक शानदार मौका है जिससे स्टूडेंट्स हावर्ड के बच्चों के अनुभव ले सकेंगे। मानव मंगल स्कूल के डायरेक्टर संजय सरदाना ने बताया की इस कार्यक्रम का स्टूडेंट्स बेसब्री से इंतजार कर रहे थे इसके बारे में छात्रों ने कहा कि “हार्वर्ड सत्र में नॉलेज प्राप्त करने, सीखने के अपने क्षितिज को व्यापक बनाने और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ बातचीत करने का मौका मिल रहा है।”स्टूडेंट्स इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने को लेकर बह