भारत तिब्बत समन्वय संघ हरियाणा प्रांत इकाई द्वारा लोहड़ी , मकर संक्रांति व संघ के द्वितीय स्थापना दिवस मनाया गया

पंचकुला , 14 जनवरी ()भारत तिब्बत समन्वय संघ हरियाणा प्रांत इकाई द्वारा लोहड़ी , मकर संक्रांति व संघ के द्वितीय स्थापना दिवस पर पंचकूला में तिब्बती भाई बहनों के साथ मिलकर डॉ रुकमेश चौहान क्षेत्रीय महामंत्री महिला विभाग के निर्देशन व प्रांत अध्यक्ष श्री नरेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में सफल आयोजन किया गया l इसमें हरियाणा प्रांत के अलग-अलग जिलों से सभी कार्यकर्ताओं ने अपनी भागीदारी निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत लोहड़ी जलाकर व श्री दलाई लामा जी को पुष्प अर्पित करके की गईl डॉ रुकमेश चौहान द्वारा मंच संचालन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ श्री आनंद शर्मा जी सदस्य,हरियाणा लोक सेवा आयोग व कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री श्री जोगिंदर सिंह जोग के सुपुत्र भाजपा नेता श्री जितेंद्र जोग द्वारा की गई। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ देवेंद्र प्रसाद असीजा, डॉ शकुंतला शर्मा, श्री मुकेश कुमार जी श्री जगदीप अत्री, श्री धन्नाराम कौशिक ने शिरकत की। तिब्बत मार्केट के अध्यक्ष श्री जगदीश नेगी व श्रीमती उषा के द्वारा सभी अतिथियों का अंग वस्त्र व पुष्प माला के साथ स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ आनंद शर्मा जी ने कहा कि भारत तिब्बत समन्वय संघ इस दिशा में एक बहुत अच्छा प्रयास कर रहा है और सभी भारतीयों को चाहिए कि वह तिब्बत के लोगों से सामान खरीदे तथा चीन की वस्तुओं का बहिष्कार करें क्योंकि अगर तिब्बत को लोगों को यहां पर एक रोजगार मिलेगा तो जिससे उन्हें एक अच्छा रहन-सहन और शिक्षा मिलेगी l उन्होंने संघ को इसके द्वितीय स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि जल्दी ही संघ का विशाल स्वरूप देश के सामने होगा क्योंकि इसके कार्यकर्ता मेहनती, धार्मिक, राष्ट्रवादी और निस्वार्थी है l श्री जितेंद्र जोग ने कहा कि तिब्बती लोग हमारे ही परिवार का हिस्सा है l उनके अधिकारों के लिए हम हमेशा आवाज उठाएंगे और उनका हक उनको दिलवा कर रहेंगे। उन्होंने कहा कि तिब्बती भाईयो की परेशानियों को सुलझाने में अपना योगदान देने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे l डॉक्टर असीजा जी के अनुसार संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता अगर संघर्ष ईमानदारी से किया जाए तो वह एक दिन अवश्य ही सफल होता है। शकुंतला शर्मा जी ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का आहवान करते हुए कहा कि शुरुआत अपने घर से होगी l अगर हमारे घर में चीनी वस्तुएं नहीं आएंगी तो वह जरूर स्वदेशी वस्तुओं से पूरी की जाएगी जिससे भारतीय कारीगरों को आमद