जेपी नड्डा में ऐसा क्या है कि मोदी-शाह उन पर इतना भरोसा करते हैं

कुछ साल पहले एक वीडियो ख़ूब शेयर हुआ था जिसमें किसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ चलने की कोशिश कर रहे जगत प्रकाश नड्डा को अमित शाह ने बांह से खींचकर पीछे कर दिया था. वो अमित शाह जो नरेंद्र मोदी के बाद भारतीय जनता पार्टी के सबसे कद्दावर नेता माने जाते हैं और मोदी के सबसे क़रीबी भी.

जेपी नड्डा और एक साल के लिए पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे, ये जानकारी मीडिया को मंगलवार को अमित शाह से ही मिली. उन्होंने इसे एक 'शुभ समाचार' बताते हुए कहा कि 'कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से जगत प्रकाश नड्डा के कार्यकाल को जून 2024 तक बढ़ाने को सहमति' दे दी है.

बातों के क्रम में अमित शाह ने कहा कि जेपी नड्डा ने मोदी जी के करिश्माई नेतृत्व में उनकी लोकप्रियता का और विस्तार किया, और बीसवीं सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान भी संगठन के काम को जारी रखा और उसे सुदृढ़ किया. राजनीतिक विश्लेषक राधिका रामाशेषन कहती हैं कि सत्ता की उम्मीदों और ज़रूरतों को पूरा करने की ज़िम्मेदारी निभाने में वो एक 'मिसाल' हैं और 'सीमाओं को पार न करने की क्षमता रखते हैं, वो सीमाएं भी जिन्हें खुले तौर पर न बताया गया हो.'