डॉ. आर एस बेदी को नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन द्वारा नगर निगम का मनोनीत पार्षद बनने पर सम्मानित किया

रागा न्यूज जोन चंडीगढ़। करमजीत परवाना : इस अवसर पर डॉ. बेदी ने कहा कि हर पद्धति का अपना महत्व होता है और इसका मूल उद्देश्य मरीज का इलाज करना ही रहता है। आयुष प्रणाली दुनिया में सबसे पुरानी प्रणालियों में से एक है। इसमें संगठित अनुसंधान का अभाव था, लेकिन अब इसे अनुसंधान और उपचार के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वास्तव में यह पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है। बहुत से लोग चिकित्सा पर्यटन के लिए आर्युवेद उपचार के लिए भारत आ रहे हैं, व समग्र उपचार दृष्टिकोण की ओर प्रभावित हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि चिकित्सा बिरादरी से संबंधित मुद्दे समान हैं। हमें समुदाय की सेवा करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है और एक ही मंच से हमारे सामान्य मुद्दों को भी संबोधित करना चाहिए।नीमा की अध्यक्ष डॉ मीनू गांधी ने कहा कि हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि चंडीगढ़ के प्रशासक ने डॉ बेदी को पार्षद के रूप में नामित करके हमारी बिरादरी को प्रतिनिधित्व दिया है। डॉ संजीव गोयल, रजिस्ट्रार आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा परिषद पंजाब ने भारत की प्रणालियों को दुनिया के सामने प्रचारित करने में आयुष की भूमिका पर प्रकाश डाला।नीमा ने समाज में विशेष योगदान देने वाले डॉक्टरों को सम्मानित और सम्मानित करने के लिए अपना वार्षिक समारोह आयोजित किया।