टीचर ने लगाया प्रिंसिपल पर जातिसूचक शब्द बोल उसकी बेइज्जती करने का आरोप

एससी/एसटी के चेयरमैन समेत चंडीगढ़ के एडवाइजर, एजुकेशन डिपार्टमेंट को दी शिकायत

चंडीगढ़। सेक्टर 18 स्थित गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल पर शैड्यूल्ड कास्ट (SC) समुदाय की एक महिला टीचर पर जातिसूचक शब्द बोल उसकी बेइज्जती करने के आरोप लगे हैं। नेशनल कमीशन फॉर SC/ST के चेयरमैन समेत चंडीगढ़ के एडवाइजर, एजुकेशन डिपार्टमेंट को मामले में शिकायत दी गई है। गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 18 में TGT आर्ट्स टीचर नीरज (काल्पनिक नाम) ने स्कूल प्रिंसिपल पर स्कूल में जाति के आधार पर भेदभाव करने और शोषित करने के आरोप लगाए हैं।

पीड़िता ने कहा है कि प्रिंसिपल उन्हें पिछले 6 सालों से ब्लैकमेल कर रही है। वह उन्हें स्कूल टाइमिंग में घर बुला कर काम करवाती है। इसकी फोटोग्राफ्स भी उनके पास हैं। स्कूल स्वीपर होने के बावजूद प्रिंसिपल उन्हें झाड़ू लगाने को कहती है। बीते 26 जनवरी को प्रिंसिपल सुबह 8.51 बजे स्कूल पहुंची। 8.52 पर स्कूल में राष्ट्रीय झंडा फहराने का कार्यक्रम था। प्रिंसिपल को उम्मीद थी कि स्कूल के सीनियर टीचर्स उन्हें बुके देकर रिसीव करेंगे और NCC इंचार्ज और कैडेट्स उन्हें स्टेज तक एस्कोर्ट करेंगे। ऐसा न होने पर वह काफी गुस्से में आ गई। इसके बाद वह तुरंत अपने ऑफिस में चली गई और सीनियर टीचर्स द्वारा रिक्वेस्ट करने पर वह स्टेज पर आई और गुस्से भरे चेहरे के साथ तिरंगा लहराया। इसके बाद गणतंत्र दिवस कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

अगले दिन जब पीड़िता स्कूल पहुंची तो सीनियर टीचर्स ने कहा कि प्रिंसिपल ने उन्हें अपने ऑफिस में बुलाया है। वह उनसे माफी चाहती हैं। इसके बाद ही वह उन्हें छोड़ेगी। जब पीड़िता प्रिंसिपल ऑफिस में पहुंची और माफी मांगी तो प्रिंसिपल ने कहा, 'तुम की औकात नहीं मेरे सामने बोलने की तुने तो मुझे किया है सबके सामने अब तेरा नाच करवाऊंगी भरी सभा में ।

जब पीड़िता ने प्रिंसिपल को कहा कि वह उनसे इस भाषा में बात नहीं कर सकती तो बोली, 'ज्यादा कानून मत सिखा, मेरा बेटा वकील है।' इसके बाद पीड़िता को गेट आउट कहा और, 'आदमी बुला कर बाहर फिंकवा दूंगी और कहा कि, 'उसके पास कोई 1 बैक नहीं है सपोर्ट करने के लिए, तुम प्रोबेशन पर हो और मैं तुम्हारा करियर और जिंदगी खराब कर दूंगी। तेरे खिलाफ ईमेल तो करवा दी है। देख तुझे कैसे बेइज्जत करती हूं।' आरती के मुताबिक इसके बाद उसे लिखित में चेतावनी जारी की गई।