पंजाब में शिक्षकों से नहीं लेंगे चुनावी काम, सिर्फ पढ़ाएंगे : मान

रागा न्यूज, दिल्ली पंजाब में अब शिक्षकों से चुनाव सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करवाए जाएंगे।

अध्यापक स्कूलों में केवल पढ़ाएंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को दिल्ली में सिंगापुर से लौटे पंजाब के प्रिंसिपलों के पहले बैच का स्वागत करते हुए यह ऐलान किया।

इस मौके पर सिंगापुर से लौटे सभी 34 प्रिंसिपलों ने पांच दिवसीय शिविर में सीखी शिक्षा की नई तकनीक को साझा किया और इसे अपने स्कूलों में रूपांतरित करने के लिए अपनी वचनबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, शिक्षा मंत्री दिल्ली मनीष सिसोदिया सहित दिल्ली और पंजाब शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अकसर अध्यापकों को चुनाव और जनगणना सहित अन्य कार्यों में लगा दिया जाता है,

जिससे स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। यहां तक कि कोरोना काल में भी अध्यापकों को राज्य के बार्डर पर भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि हम पंजाब में अध्यापकों से केवल शैक्षणिक कार्य करवाने के पक्षधर हैं। बहुत जरूरी न हो तो अध्यापकों की ड्यूटी ऐसे कार्यों में नहीं लगाई जाएगी।उन्होंने कहा कि पंजाब के शिक्षक सिंगापुर से शिक्षण के आधुनिक गुर सीख कर आए हैं, जबकि दिल्ली के अध्यापक 2015 से इस प्रणाली को अपना रहे हैं। आने वाले समय में दिल्ली और पंजाब के शिक्षकों के बीच संवाद करवाया जाएगा और शिक्षक आपस में जानकारी साझा कर सकेंगे।

पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि अगले माह प्रिंसिपलों का दूसरा बैच प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर भेजा जाएगा। दिल्ली के बाद पंजाब बनेगा शिक्षा में नंबर 1 : केजरीवाल वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने स्वास्थ्य और सड़कों में सुधार करने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में काम किया। दिल्ली के सरकारी स्कूल इसका उदाहरण हैं। इसके बाद अब पंजाब शिक्षा में नंबर 1 बनेगा। केजरीवाल ने कहा कि समय आएगा कि विदेशों से शिक्षक दिल्ली और पंजाब में प्रशिक्षण लेने आएंगे।

कहा कि कुछ लोग उनकी इस पहल पर आपत्ति उठाते हैं। अगर सरकारी स्कूलों में गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं तो क्या उन स्कूलों के अध्यापकों को श्रेष्ठ प्रशिक्षण लेने की जरूरत नहीं? उन्होंने प्रिंसिपलों से आह्वान किया कि कसम खाएं कि बच्चों को ऐसी शिक्षा देंगे कि पंजाब का कोई युवा रोजगार की तलाश में विदेश नहीं जाएगा।