इधर देखा उधर देखा और फेंक दिया कूड़ा सड़क किनारे।

इधर देखा उधर देखा और फेंक दिया कूड़ा सड़क किनारे।

आखिर क्या हम पढ़े-लिखे शहर चंडीगढ़ में रह रहे हैं...... जी हां आपको हमारा यह शीर्षक समझ ही आ गया होगा। आज हम बात करने जा रहे हैं लापरवाहियो की, जिनका सरोकार किसी नगर निगम यह चंडीगढ़ प्रशासन से नहीं बल्कि खुद हमसे है। हमने अपने अध्ययन काल में यह अध्ययन किया कि हमें कुछ मौलिक अधिकार प्राप्त हैं। यदि हमारे कुछ मौलिक अधिकार हैं तो उनके साथ साथ हमारे कुछ कर्तव्य भी हैं। एक उदाहरण के तौर पर आज हम आपको इस खबर के माध्यम से जागरूक भी कर रहे हैं और सचेत भी कर रहे हैं कि आखिर क्यों हम सभी लोग मिलकर अपने चंडीगढ़ को साफ स्वच्छ और सुंदर बनाने में योगदान नहीं देते। आज अमर उजाला का यह शीर्षक उन लोगों की बात कर रहा है जो लोग रात्रि के समय या सुबह सूर्योदय से पहले अपने घर का कूड़ा राह चलते सड़क के किनारे किसी सुनसान जगह या किसी पार्क में फेंक जाते हैं। सड़क पर चलना, पार्क में सैर करना हम सबका अधिकार है और उसी सड़क और पार्क को साफ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। आज हम बात कर रहे हैं चंडीगढ़ के उस क्षेत्र मनीमाजरा की, जो एक आबादी बहुल क्षेत्र है। यहां रहने वाले सामाजिक कार्यकर्तगण से लेकर नेतागण स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े अभियान चलाते हैं। तो हम सभी का फर्ज बनता है अपने नगर व क्षेत्र को साफ सुथरा बनाए रखने को लेकर योगदान देने का। मनीमाजरा कि आप किसी भी इलाके में चले जाएं इंदिरा कॉलोनी, शास्त्री नगर, शांति नगर माड़ीवाला टाउन, पीपलीवाला टाउन, गोविंदपुरा, समाधि गेट आपको सड़क के किनारे कूड़े के ढेर पड़े हुए मिल जायेंगे। यह कूड़े के ढेर रात्रि और प्रातः के पहर में ही फेंके जाते हैं। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने क्षेत्र को साफ सुथरा बनाने में योगदान दें। चंडीगढ़ की समाज सेवी संस्था समस्या समाधान टीम चंडीगढ़ के अध्यक्ष मनोज शुक्ला ने बताया बीते दिनों ने एक सर्वे किया जहां पाया गया कि सड़क के किनारे गिरने वाला कूड़ा यह लोगों के घरों के सब्जियों के छिलके से लेकर सूखा कूड़ा तक होता है जोकि रात 10:00 बजे के बाद और सुबह 6:00 बजे से पहले अंधेरे और सुनसान होने का फायदा उठाते हुए उन लोगों के द्वारा गिराया जाता है जो नहीं चाहते कि हमारा शहर स्वच्छता में नंबर वन बने। समस्या समाधान टीम ने एम ओ एच विभाग से यह निवेदन भी किया कि रात्रि और भंवर के समय वहा पर चेकिंग ड्यूटी लगानी चाहिए।जहां पर इस प्रकार की कूड़ा फैंके जाने की गैर सामाजिक गतिविधियां हो रही हैं। उन्होंने यह भी कहा जब नगर निगम की गाड़ी आपके घर कूड़ा कचरा लेने आ रही है तो आपको क्या आवश्यकता है सड़क पर कूड़ा फेंकने की। इस विषय पर हर एक सामाजिक संस्था और उस सामाजिक कार्यकर्ता को आगे आकर नगर निगम के अधिकारियों के साथ इस पर एक अभियान चलाना चाहिए ताकि लोग अपने अधिकारों के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारी को भी समझें।