मिलेट्स मिठाई काउंटर का उद्घाटन मॉडल जेल द्वारा संचालित शोरूम नव सृजन में डॉ. पालिका अरोड़ा, पीसीएस, एडीएल। जेल महानिरीक्षक, यूटी, चंडीगढ़ ने किया गया।अब कैदी बनाना सीखेंगे विभिन्न मिलेट्स के पकवान चंडीगढ़ ,1 जनवरी “खेती विरासत मिशन और मॉडल जेल, चंडीगढ़ ने वर्ष 2023 की अच्छी शुरुआत की है।” जेल प्रशासन द्वारा संचालित दुकान नव सृजन में मिलेट्स मिठाई काउंटर का उद्घाटन करते हुए, मिलेट्स 2023 का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष मॉडल जेल, चंडीगढ़ में एक स्वस्थ नोट पर शुरू हुआ। खेती विरासत मिशन मिशन प्रोजेक्ट के लिए विशेषज्ञता प्रदान कर रहा है। बाजरा बर्फी, रागी लड्डू, बाजरा सेव, ज्वार चकली और ज्वार मठरी आज के दिन के व्यंजन थे। सभी बाजरा उत्पाद ग्लूटेन मुक्त हैं। नव वर्ष से जेल में समय-समय पर मिलेट्स का खाना परोसा जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 के पहले दिन की पूर्व संध्या पर कुटकी की खिचड़ी और खीर बनाकर परोसी गई।मॉडल जेल, चंडीगढ़ इस उपक्रम के लिये पहल करने वाली देश की पहली जेल है । डॉ. पालिका अरोड़ा, पीसीएस, एडीएल। जेल महानिरीक्षक, यूटी, चंडीगढ़ के मार्गदर्शन में मॉडल जेल, चंडीगढ़ में दीपक पुरोहित, आईपीएस, जेल महानिरीक्षक, यूटी, चंडीगढ़ इस परियोजना की शुरुआत की।। मिलेट्स मैक्रो और सूक्ष्म पोषक तत्वों का भंडार है, पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि बाजरा किसी भी मिट्टी में उग सकता है और इसके लिए बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। आने वाले समय में जेल में मिलेट्स के कई प्रोजेक्ट पाइप लाइन में है।दीपक पुरोहित ने कहा कि बंदियों को विभिन्न मिलेट्स के बने भोजन जैसे मिलेट्स का आटा, पास्ता, केक, पिज्जा बेस, कुकीज आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मिलेट्स के खाद्य उत्पाद पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और इनमें स्वास्थ्य के लिए लाभकारी फेनोलिक यौगिक होते हैं। आज भी दुनिया के कई हिस्सों में मिलेट्स एक मुख्य आहार है। इस मौके पर एडिशनल सुपरिंटेंडेंट अमनदीप सिंह व डिप्टी सुपरिंटेंडेंट प्रवीण कुमार के अलावा खेती विरासत मिशन के कार्यकारी निर्देशक उमेंद्र दत्त व मिलेट्स शेफ़ रामबाबू मौजूद रहे।