भाषा विभाग द्वारा साहित्य चर्चा व पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन

भाषा विभाग के इतिहास, उपलब्धियों और आयोजनों को याद किया प्रो. फूलचंद मानव नेमोहाली : जिला भाषा अधिकारी, मोहाली के कार्यालय में जिला प्रबंधन भवन में एक साहित्य चर्चा का आयोजन किया गया।  इसमें भाषा विभाग के अमृत महोत्सव समारोह की अध्यक्षता करते हुए साहित्य संगम ट्राइसिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. फूलचंद मानव ने कहा कि वे साल 1961-62 से किला मुबारक, पटियाला कार्यालय से जुड़कर इसकी सक्रियता, सरगर्मियों का गवाह रहे हैं। उनके सामने ही पंजाबी और हिंदी विभाग, बाद में भाषा विभाग, पंजाब कहलाए। पत्रिकाएं, पुरस्कार, सम्मान, अनुदान, यात्राएं, सर्वेक्षण, पुस्तक माला जैसी योजनाओं में भी हमसे हमेशा योगदान लिया जाता रहा है।उन्होंने कहा कि उन्होंने जीरकपुर, ढकौली के साथ साहित्य संगम ट्राइसिटी की ओर से मोहाली, चंडीगढ़, पंचकूला जैसे शहरों में भी राष्ट्रीय, प्रांतीय आयोजन करवाए और करवा भी रहे हैं। उन्होंने अपनी चर्चा के दौरान कहा कि वे भाषा विभाग की ओर से 2006 में शिरोमणि हिंदी साहित्यकार घोषित हुए और उ. प्र. हिंदी संस्थान, लखनऊ से 1989 में, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 2001 में और केंद्रीय साहित्य अकादमी, रवींद्र भवन, नई दिल्ली की ओर से 2014 में हिंदी अनुवाद का राष्ट्रीय सम्मान-पुरस्कार प्राप्त किया हैं। उन्होंने कहा कि उनकी रचनाएं पंजाबी दुनिया, जन साहित्य, पंजाब सौरभ के साथ संयुक्त पंजाबी की पत्रिकाओं सप्तसंधु, जन साहित्य में भी प्रोत्साहन पाती रही हैं।प्रो. मानव ने अपनी रचना-यात्रा में विभागीय योगदान की सराहना करते हुए कहा कि विगत 50-55 साल के दौरान पूर्व अधिकारियों, संपादकों का नाम, इनके योगदान को भी सराहा। इस आयोजन में चुनिंदा साहित्यकारों सहित डा. देवेंदर सिंह वोहा, मेघा सिंह, रमारतन कुलदीप सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह नियामियाँ सहित 70 सदस्यों ने हाजिरी लगाई। इसमें साहित्य संगम ट्राइसिटी की सचिव प्रो. योगेश्वर कौर मुख्य रूप से शामिल हुईं। डा. दर्शन कौर ने मंच संचालन करते हुए अंत में धन्यवाद भी दिया। पुस्तक प्रदर्शनी के इस अवसर पर पाठकों ने पुस्तकें खरीदीं।