चंड़ीगढ़।बिजली की मीटर इंस्टॉल करने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले गैंग के मुखिया को साइबर क्राइम इंवेस्टीगेशन सेल की टीम ने इंचार्ज इंस्पैक्टर रंजीत सिंह देखरेख में गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान झारखंड निवासी यार मोहम्मद उर्फ गुड्डू राजा के रूप में हुई है। जांच मे सामने आया है कि आरोपी गूगल पर हेल्पलाइन नंबर सर्च करने के नाम पर कई मासूम लोगों से ठगी की है। उसके पिता नौशाद माथादंगल गांव के सरपंच हैं। इसके साथ ही 9 ग्राम पंचायत के प्रधान भी हैं। आरोपी आदतन साइबर क्रिमिनल है। वह काफी शातिर है। इसके अलावा यह बात भी संज्ञान में आई है कि जब उसके इलाके की स्थानीय साइबर पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की तो उसके साथियों ने टीम पर हमला बोल दिया। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। लेकिन वह बाद में जमानत पर बाहर आ गया। आरोपी द्वारा पूरे भारत में साइबर क्रिमिनल एिक्टविटी और अवैध काम करके 50 लाख रु पए की राशी कमाई थी। आरोपी ने उक्त धोखाधड़ी के पैसे को अपने पिता के चुनाव प्रचार में लग्जरी कार, बुलेट मोटरसाइकिल खरीदने और गांव में नया घर बनाने के लिए निवेश किया था। उसे कोर्ट मे पेश किया गया। जहा से पुलिस ने उसका पांच दिन का रिमांड हासिल किया है। सैक्टर-31 के एयरफोर्स स्टेशन-12 विंग के रिटायर्ड एयर मार्शल ने पुलिस को शिकायत दी कि वह गुजरात सरकार के एक्स एडवाइजर रह चुके हैं। उन्होंने सैक्टर-66-ए मोहाली स्थित सिग्नेचर टॉवर्स में फ्लैट खरीदा था। जिसके चलते उन्होंने पीएसपीसीएल में इलेक्ट्रिक मीटर इंस्टॉल करवाना था। उन्होंने गूगल पर हैल्पलाइन नंबर निकालकर फोन किया, तो एक शख्स ने खुद को अमित कुमार बताया और कहा कि गूगल पे पर 25 रुपए ट्रांसफर कर दो। जिसके बाद उसने एसबीआई और एचडीएफसी बैंक भी लिंक करने को कहा। इसके बाद उनके खाते से 3 लाख 26 हजार रुपए डेबिट हो गए। फिर पता चला कि उनके साथ धाखाधड़ी हुई है। जिसके बाद उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दी। शिकायत के आधार पर साइबर सेल ने 7 सितंबर को अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया। जांच की तो सामने आया कि धन्ना खान के नाम पर रजिस्टर्ड डी.के इंटरप्राइिसज कंपनी के बैंक खाते में 1 लाख 11 हजार 500 रु पए ट्रांसफर हुए हैं जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को 23 नवंबर को बरेली से गिरफ्तार कर लिया। आगे की जांच में सामने आया कि रेजर पे एप्प के जरिए बिहार के अनुज व सोनू ने 1 लाख 20 हजार रु पयों की क्रेडिट कार्ड की पेयमेंट की है। जिसके बाद इन दोनों को बिहार से गिरफ