रागा न्यूज जोन चंडीगढ़। करमजीत परवाना:- नगर निगम में पांच सदस्यों वाली फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी में शामिल होने के लिए भाजपा, आप और कांग्रेस की तरफ से कांउसलर्स ने नॉमिनेशन भरा। कांग्रेस के हाउस में 6 काउंसलर्स हैं। इनमें से गुरप्रीत सिंह गाबी ने नॉमिनेशन भरा है। उनकी ओर से गुरबख्श रावत और जसबीर सिंह बंटी प्रपोजर्स थे। वहीं दूसरी ओर भाजपा की तरफ से हरप्रीत कौर बबला और दलीप शर्मा ने नॉमिनेशन भरा है। आम आदमी पार्टी की तरफ से काउंसलर नेहा मुसावत और प्रेम लता ने नॉमिनेशन भरा है। ऐसे में कुल पांच मेंबर पूरे हो गए हैं। जिसके चलते चुनाव की संभावना खत्म हो गई है।
निगम के नए मेयर अनूप गुप्ता की अध्यक्षता में पहली जनरल हाउस मीटिंग 28 जनवरी को होगी। उसी दिन फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी की पांच सदस्यीय कमेटी की औपचारिक घोषणा की जाएगी। फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी के तय मेंबर्स की संख्या पांच है। वहीं मेयर इसकी अध्यक्षता करता है और कमिश्नर भी मीटिंग में मौजूद रहता है। निगम के वित्त कार्यों से जुड़े अहम एजेंडे पहले फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी में ही पास होते हैं। इसके बाद यह हाउस में मंजूरी के लिए जाते हैं। पूर्व मेयर सरबजीत कौर की कार्यकाल के दौरान विपक्ष ने हाउस में मुद्दा उठाया था कि बजट को फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी में पास किए बिना ही हाउस में पेश कर दिया गया। आरोप लगाया गया था कि F&CC की पावर को कम किया जा रहा है।
चंडीगढ़।
नगर निगम में पांच सदस्यों वाली फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी में शामिल होने के लिए भाजपा, आप और कांग्रेस की तरफ से कांउसलर्स ने नॉमिनेशन भरा। कांग्रेस के हाउस में 6 काउंसलर्स हैं। इनमें से गुरप्रीत सिंह गाबी ने नॉमिनेशन भरा है। उनकी ओर से गुरबख्श रावत और जसबीर सिंह बंटी प्रपोजर्स थे। वहीं दूसरी ओर भाजपा की तरफ से हरप्रीत कौर बबला और दलीप शर्मा ने नॉमिनेशन भरा है। आम आदमी पार्टी की तरफ से काउंसलर नेहा मुसावत और प्रेम लता ने नॉमिनेशन भरा है। ऐसे में कुल पांच मेंबर पूरे हो गए हैं। जिसके चलते चुनाव की संभावना खत्म हो गई है।
निगम के नए मेयर अनूप गुप्ता की अध्यक्षता में पहली जनरल हाउस मीटिंग 28 जनवरी को होगी। उसी दिन फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी की पांच सदस्यीय कमेटी की औपचारिक घोषणा की जाएगी। फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी के तय मेंबर्स की संख्या पांच है। वहीं मेयर इसकी अध्यक्षता करता है और कमिश्नर भी मीटिंग में मौजूद रहता है। निगम के वित्त कार्यों से जुड़े अहम एजेंडे पहले फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी
में ही पास होते हैं। इसके बाद यह हाउस में मंजूरी के लिए जाते हैं। पूर्व मेयर सरबजीत कौर की कार्यकाल के दौरान विपक्ष ने हाउस में मुद्दा उठाया था कि बजट को फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी में पास किए बिना ही हाउस में पेश कर दिया गया। आरोप लगाया गया था कि फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी की पावर को कम किया जा रहा है।