रागा न्यूज । करमजीत परवाना। युवा डॉक्टर से नाइजीरियन गैंग ने 47,22,600 रुपए ठगने के आरोप में चंडीगढ़ पुलिस के सायबर सेल दिल्ली और ग्रेटर नोएड में रेड कर 4 नाइजेरियन, एक गुनेन और 1 भारतीय महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान ग्रेटर नोएडा में रह रहे और कपड़े का बिजनेस करने वाले नाइजीरियन उबेसिनेची कैली अनागो(39), जोशुआ चीमा कालो(27), दिल्ली के द्वारका में रह रहे रेस्टोरेंट बिजनेस करने वाले नाइजीरियन प्रिंस चिनेचेरम ओनहो(35), गुनेन निवासी द्वारका में रह म्यूजिशियन पास्कल गुइलावोगुई (28), ग्रेटर नोएडा में रह रहे नाइजीरियन म्यूजिशयन क्रिश्चियन एंटोनी उर्फ क्रिस(34) तथा नाइजीरियन आरोपी प्रिंस की भारतीय पत्नी नॉर्थ दिल्ली की शालिनी(32) के रूप में हुई।
चंडीगढ़ पुलिस के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने इंडियन मेट्रोमोनियल साइट पर फर्जी प्रोफाइल बना धोखाधड़ी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। 18 जनवरी, 2023 को धोखाधड़ी, सबूत मिटाने, जालसाज़ी, आपराधिक साजिश रचने, फॉरेन एक्ट की धारा 14 के तहत एक केस दर्ज किया गया था। इसी में यह गिरफ्तारियां की गई हैं। चंडीगढ़ की डॉक्टर की शिकायत पर यह केस दर्ज हुआ था।पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने अपनी फर्जी प्रोफाइल मेट्रोमोनियल साइट्स पर डाली हुई थी। यह खुद को डॉक्टर आदि बताते थे। पुलिस ने कहा कि गैंग मेट्रोमोनियल साइट पर आने वाले मासूम लोगों को फंसा लेते थे।मामले में शिकायतकर्ता महिला ने पुलिस को बताया था कि वह पेशे से डॉक्टर है। वह डॉ क्रिस्टोफर से एक क्रिश्चियन मेट्रोमोनियल एप के जरिए संपर्क में आई थी। डॉ. क्रिस्टोफर ने दावा किया था कि वह एक डॉक्टर है और एम्स्टर्डम, नीदरलैंड में डॉक्टर है। दोनों ने आपस में बातचीत शुरू कर दी और दोस्ताना हो गए। दोनों ने शादी का फैसला लिया। शिकायतकर्ता ने मान लिया कि डॉ. क्रिस्टोफर एक अच्छा आदमी है
आरोपी क्रिश्चियन एंटोनी ने फर्जीवाड़े के लिए फर्जी बैंक अकाउंट बनवाए थे। यह उसने आगे कैली को दिए थे। पुलिस जांच में सामने आया कि क्रिश्चियन एंटोनी के खिलाफ इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में 5 सितंबर, 2020 को धोखाधड़ी, जालसाज़ी, आपराधिक साजिश रचने और फॉरेन एक्ट की धारा 14 के तहत केस दर्ज हुआ था। वह जमानत पर था। वहीं शालिनी ने कैली की बहन और मां का रोल निभाया था ताकि वह भावनात्मक लाभ हासिल कर सके और उसने धोखाधड़ी के अपराध में शामिल हुई। उसने सबूत मिटाने के लिए मोबाइल तोड़ने में प्रिंस और पास्कल की मदद की थी।जनवरी 2023 में डॉ. क्रिस्टोफर ने शिकायतकर्ता को कहा कि उसने मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड किया है और उसके पास 2.80 लाख रुपए यूरो का डिमांड ड्राफ्ट है। एयरपोर्ट स्टाफ ने तय कस्टम चार्ज में इतनी रकम का डिमांड ड्राफ्ट जारी नहीं किया है। इसके बाद शिकायतकर्ता को एक अन्य नंबर से कॉल आई और व्यक्ति ने खुद को एयरपोर्ट कर्मी बताया। उसने कहा कि यह रकम जारी करवाने के लिए उसे कस्टम चार्ज और करेंसी कन्वर्सन चार्ज आदि भरना पड़ेगा।ऐसे में शिकायतकर्ता ने 47,22,600 रुपए अपने बैंक खाते से बताए गए विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किए। इसके लिए शिकायतकर्ता ने बैंकों और अपने जानकारों से लोन भी लिया। इसके बाद उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है।चंडीगढ़ पुलिस ने मामले में जांच करते हुए दिल्ली में रेड कर 2 आरोपियों प्रिंस और पास्कल को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2 मोबाइल फोन बरामद किए। रेड के दौरान आरोपियों ने सबूत छुपाने के लिए मोबाइल तोड़ने का प्रयास किया था। इसी नंबर से धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया था।