प्रदर्शनकारी और चंडीगढ़ पुलिस वालों में झड़प, खूब चली लाठियां

प्रदर्शनकारियों ने भी जमकर की पुलिस की गाडि़यों के साथ ठोडफोड

रागा न्यूज, मोहाली। सजा पूरी करने के बावजूद जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई, बेअदबी मामलों में इंसाफ और आरोपियों को जल्द सजा, गोलीकांड में इंसाफ जैसी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करने आए प्रदर्शनकारी और चंडीगढ़ पुलिस वालों में झड़प भी हुई। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण बन गई है। वहीं प्रदर्शनकारियों द्वारा चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस की गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

जानकारी के मुताबिक अपनी मांगों को लेकर कुछ प्रदर्शनकारी पंजाब के मुख्यमंत्री आवास जाना चाहते थे। प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग के पास आ गए और उसे हटाने की कोशिश की। इसका पुलिस ने विरोध किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में नंगी तलवारें और डंडे भी थे। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़ आगे निकलते भी नजर आए। इसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया। वहीं प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प के बीच जमकर डंडे चले, तलवारें लहराई गईं और तो और पुलिस की गाड़ियों को भी तोड़ा गया। प्रदर्शनकारी पीछे हटने को कतई राजी नहीं थे। उल्लेखनीय है कि चडीगढ़-पंजाब बार्डर पर मोहाली गुरुद्वारा अंब साहिब के पास सैकड़ों सिख प्रदर्शनकारी बीते 7 जनवरी से कौमी इंसाफ मोर्चा के तहत धरना और रोष मार्च कर रहे हैं। चंडीगढ़ में एंट्री की कोशिश में इनका पुलिस से टकराव भी हो रहा है। वहीं अब भारतीय किसान (BKU) उगराहां का भी सहयोग प्रदर्शन इनको मिल चुका है।

सिंघू बॉर्डर की तर्ज पर चल रहा प्रदर्शन जिस प्रकार YPS चौक के पास प्रदर्शनकारी 'पक्का मोर्चा' लगा जुटे हुए हैं उसे देखते हुए इसे सिंघू बॉडर्र की तर्ज पर आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदर्शनकारी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शनकारी यहां पर अपने टैंट, बर्तन, राशन, सिलेंडर, ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर डटे हुए हैं। ज्यादातर प्रदर्शनकारियों में मोहाली और इसके आसपास के गांवों के लोग हैं। 26 जनवरी को निकाल चुके रोष मार्च कौमी इंसाफ मोर्चा ने बीते 26 जनवरी को मोहाली में रुट तैयार कर मांगों को लेकर रोष मार्च भी निकाला था। ऐसे में पुलिस भी अलर्ट हो गई थी।