चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस पूरे दल-बल के साथ डटी कौमी इंसाफ मोर्चा

मुख्यमंत्री पंजाब के सरकारी आवास की तरफ कूच करने के प्रयास में

रागा न्यूज, चंडीगढ़। पुलिस फोर्स द्वारा प्रदर्शनकारियों की झड़प के दो बाद शुक्रवार को चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर चंडीगढ़ पुलिस पूरे दल-बल के साथ डटी रही। वहीं घटना के दिन बुधवार को बॉर्डर एरिया से गायब रही मोहाली पुलिस भी मौके पर मौजूद है। दोनों ओर की पुलिस फोर्स द्वारा प्रदर्शनकारियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी समेत अन्य अफसर भी अनाउंसमेंट कर फोर्स के जवानों की हौसला-अफजाई कर रहे हैं। वहीं कौमी इंसाफ मोर्चा के मेंबर समय-समय पर चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री पंजाब के सरकारी आवास की तरफ कूच करने के प्रयास में है, लेकिन मोर्चा मेंबर्स द्वारा की गई हिंसा के बाद से यह बॉर्डर पॉइंट संवेदनशील बना हुआ है। जहां पर सेक्टर 52-53 लाइट प्वाइंट पर पंजाब की तरफ से पहली बैरिकेडिंग की गई है। इसके बाद एसएसपी मोहाली के आवास से करीब 500 मीटर दूर दूसरी बैरिकेडिंग की गई है। पंजाब पुलिस की बैरगकेडिंग के बाद चंडीगढ़ पुलिस भी मौके पर तैनात है। कौमी इंसाफ मोर्चे के धरनास्थल से 31 सदस्यीय जत्था शुक्रवार को पांचवें दिन भी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास पर जाने के लिए निकला। जत्थे की अगुवाई इंद्रवीर सिंह कर रहे हैं। पंजाब पुलिस की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि चडीगढ़-पंजाब बार्डर पर मोहाली गुरुद्वारा अंब साहिब के पास सैकड़ों सिख प्रदर्शनकारी बीते 7 जनवरी से कौमी इंसाफ मोर्चा के तहत धरना और रोष मार्च कर रहे हैं। चंडीगढ़ में एंट्री की कोशिश में इनका पुलिस से टकराव भी हो रहा है। वहीं अब भारतीय किसान (BKU) उगराहां का भी सहयोग प्रदर्शन इनको मिल चुका है। सिंघू बॉर्डर की तर्ज पर चल रहा प्रदर्शन

जिस प्रकार YPS चौक के पास प्रदर्शनकारी 'पक्का मोर्चा' लगा जुटे हुए हैं उसे देखते हुए इसे सिंघू बॉडर्र की तर्ज पर आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदर्शनकारी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शनकारी यहां पर अपने टैंट, बर्तन, राशन, सिलेंडर, ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर डटे हुए हैं। ज्यादातर प्रदर्शनकारियों में मोहाली और इसके आसपास के गांवों के लोग हैं।