कौमी इंसाफ मोर्चे के प्रदर्शन की तरफ से जत्था भेजने का सिलसिला सातवें दिन भी जारी


रागा न्यूजए चंडीगढ।
बंदी सिखों की रिहाई के लिए मोहाली में छह फरवरी से चल रहे कौमी इंसाफ मोर्चे के प्रदर्शन की तरफ से चंडीगढ़ जत्था भेजने का सिलसिला रविवार को सातवें दिन भी जारी रहा। वहीं पुलिस फोर्स द्वारा प्रदर्शनकारियों की झड़प के तीन दिन बाद रविवार को चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर चंडीगढ़ पुलिस पूरे दल-बल के साथ डटी रही। वहीं घटना के दिन बुधवार को बॉर्डर एरिया से गायब रही मोहाली पुलिस भी मौके पर मौजूद है। दोनों ओर की पुलिस फोर्स द्वारा प्रदर्शनकारियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।


रविवार होने के चलते पुलिस को संभावना थी कि जत्थे में मोर्चे के अलावा बड़ी गिनती में लोग भी शामिल होंगे। इसी के चलते शनिवार रात को ही विभिन्न थानों के एसएचओ को अलग-अलग चौकों में तैनात कर दिया गया था। पुलिस रविवार सुबह से ही अलर्ट मोड पर थी। सुबह से ही पुलिस के जवान अलग-अलग जगह पर तैनात कर दिए गए थे। पुलिस लाइन के अलावा बाहर से भी पुलिसकर्मी मंगवाए गए हैं।


उल्लेखनीय है कि चडीगढ़-पंजाब बार्डर पर मोहाली गुरुद्वारा अंब साहिब के पास सैकड़ों सिख प्रदर्शनकारी बीते 7 जनवरी से कौमी इंसाफ मोर्चा के तहत धरना और रोष मार्च कर रहे हैं। चंडीगढ़ में एंट्री की कोशिश में इनका पुलिस से टकराव भी हो रहा है। वहीं अब भारतीय किसान (BKU) उगराहां का भी सहयोग प्रदर्शन इनको मिल चुका है।


सिंघू बॉर्डर की तर्ज पर चल रहा प्रदर्शन
जिस प्रकार YPS चौक के पास प्रदर्शनकारी ‘पक्का मोर्चा’ लगा जुटे हुए हैं उसे देखते हुए इसे सिंघू बॉडर्र की तर्ज पर आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदर्शनकारी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शनकारी यहां पर अपने टैंट, बर्तन, राशन, सिलेंडर, ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर डटे हुए हैं। ज्यादातर प्रदर्शनकारियों में मोहाली और इसके आसपास के गांवों के लोग हैं।