हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी.दलाल ने कहा कि प्रदेश सरकार सहकारी चीनी मिलों को घाटे से उभारने व गन्ना उत्पादक किसानों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में सरकार ने एक कमेटी का गठन किया है, जो चीनी मिलो की कार्य क्षमता का मूल्याकन करेगी। दलाल ने यह जानकारी आज गन्ना मूल्य नर्धिारण के लिए गठित कमेटी की पहली बैठक की अध्यक्षता के दौरान दी।
जिन अधिकारियों को कमेटी का सदस्य बनाया गया है उन्हें निर्देश देते हुए मंत्री ने कहा कि सहकारी शुगर मिलों में चीनी की रिकवरी को 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ाया जाएं ताकि मिलों के घाटे को कम किया जा सकें। उन्होंने बताया कि पिछले साल चीनी का रिकवरी रेट कम रहा था। जिसके कारण शुगर मिलों का घाटा बढ़ गया । चीनी मिलों को घाटे से उभारने के लिए अन्य विकल्पों की तलाश की जाए।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भरता को आगे बढ़ाते हुए सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी दिशा में सहकारी चीनी मिलों में एथनॉल प्लांट लगाए जा रहे। सहकारी चीनी मिलों के विकास में गन्ना उत्पादक किसानों का हमेशा अहम योगदान रहा है। किसानों को नवीनतम तकनीक अपनाकर गन्ना उत्पादन करना चाहिए।